आई. सी. ओ (ICO) को हिंदी में आरम्भिक सिक्का प्रस्ताव (Initial Coin Offering) भी कह सकते है।
आई. सी. ओ (ICO) तकनीक क्राउड फंडिंग (crowdfunding) प्रक्रिया पर आधारित है। इसमें क्रिप्टो करेंसी लांच करने के लिए जो धन राशि चाहिए होती है उसको इकठ्ठा करने के लिए इंटरनेट व कुछ सामाजिक वेब साइट्स (social media) पर प्रचार कर कुछ व्यक्तिगत निवेशकों द्वारा जुटाया जाता है।
जो भी निवेशक इस तकनीक से पैसा निवेश करते है कंपनी उन्हें कुछ क्रिप्टो टोकन प्रदान करती है। इन टोकन को निवेशक कभी भी ब्लॉक चेन पर लेन-देन व मुनाफा कमाने में इस्तेमाल कर सकता है। उदाहरण के लिए बिग बुल करेंसी आई. सी. ओ (ICO) पर आधारित है।
यह भी पढ़े:
एथेरियम क्या है? | What is Ethereum? |Ethereum in Hindi| Ethereum kya hai|एथेरियम हिंदी मे
आई. सी. ओ (ICO) को हिंदी में आरम्भिक सिक्का प्रस्ताव (Initial Coin Offering) भी कह सकते है।
आई. सी. ओ (ICO) तकनीक क्राउड फंडिंग (crowdfunding) प्रक्रिया पर आधारित है। इसमें क्रिप्टो करेंसी लांच करने के लिए जो धन राशि चाहिए होती है उसको इकठ्ठा करने के लिए इंटरनेट व कुछ सामाजिक वेब साइट्स (social media) पर प्रचार कर कुछ व्यक्तिगत निवेशकों द्वारा जुटाया जाता है।
जो भी निवेशक इस तकनीक से पैसा निवेश करते है कंपनी उन्हें कुछ क्रिप्टो टोकन प्रदान करती है। इन टोकन को निवेशक कभी भी ब्लॉक चेन पर लेन-देन व मुनाफा कमाने में इस्तेमाल कर सकता है। उदाहरण के लिए बिग बुल करेंसी आई. सी. ओ (ICO) पर आधारित है।