National Savings Certificate Kya Hai, NSC in Hindi, राष्ट्रीय बचत पत्र, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट
भारतीय समाज में बचत और निवेश की प्राथमिकता के रूप में हमेशा से महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। निवेश के कई विभिन्न माध्यम होते हैं, लेकिन एक आरामदायक और सुरक्षित विकल्प राष्ट्रीय बचत पत्र (National Savings Certificate) है। यह निवेश विकल्प भारत सरकार द्वारा प्रबंधित होता है और इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को बचत करने की प्रोत्साहित करना है।
इस ब्लॉग में हम राष्ट्रीय बचत पत्र के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे, इसके लाभ और नियमों के बारे में बात करेंगे। लेख को अंत तक पढ़े व शेयर करे।

राष्ट्रीय बचत पत्र क्या होता है? (What is National Savings Certificate in Hindi?)
राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी ) सरकार द्वारा जारी की गई एक निवेश योजना है, जिसे सिर्फ डाक घर से ही ख़रीदा जा सकता है।
इसमें टैक्स सेविंग के साथ साथ एक निश्चित ब्याज दर से पैसे का निवेश किया जाता है।
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट कोई भी भारतीय नागरिक किसी भी डाकघर से ले सकता है। इसे सिंगल या ज्वॉइंट में, 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग द्वारा या नाबालिग के नाम पर वयस्क द्वारा खरीदा जा सकता है। इसे पासबुक के रूप में जारी किया जाता है।
जोखिम की बात करें तो इसमें जोखिम न के बराबर है। यही कारण है जो इसमें कम जोखिम चाहने वाले निवेशक इसे बहुत पसंद करते हैं।
आमतौर पर इसकी मूल अवधि 5 साल होती है।
इसमें ब्याज सालाना लगता है जोकि मूल के साथ जुड़ जाता है और सारा पैसा अवधि पूरी होने के बाद मिलता है।
| ब्याज दर | 7.7% वार्षिक |
| न्यूनतम राशि | 1000 रूपए |
| उम्र | कोई सीमा नहीं है |
| अवधि | 5 वर्ष |
| जोखिम | कम |
| टैक्स छूट | सीमा 1.50 लाख रूपए तक (Section 80C) |
राष्ट्रीय बचत पत्र की विशेषताएं
पहले एनएससी दो प्रकार के होते थे। एक एनएससी – viii जो की 5 वर्ष की अवधि के लिए और दूसरा एनएससी – ix जो कि 10 वर्ष की अवधि के लिए। लेकिन अभी एनएससी ix को बंद कर दिया गया है सिर्फ एनएससी – viii 5 वर्ष की अवधि वाला पत्र ही उपलब्ध है।
1. भारत में किसी भी डाक घर से एनएससी – viii जिनकी अवधि 5 वर्ष है, ख़रीदे जा सकते हैं।
2. एनएससी में निवेश करने की न्यूनतम राशि 1000 रूपए है और अधिकतम की कोई सीमा नहीं है। इसे 1000 के बाद 100 के गुणांकों में कितना भी ले सकते हैं।
3. एनएससी पर ब्याज दर वित् मंत्रालय की घोषणा के अनुसार बदलती रहती है।
4. इसमें सालाना ब्याज जमा किया जाता है मगर निवेशक को बिना टी. डी. एस (TDS) काटे परिपक्वता पर भुगतान किया जाता है।
5. आय कर अधिनियम की धारा 80 C के तहत एनएससी में निवेश की गई राशि पर टैक्स में छूट मिलती है जिसकी सीमा 1.50 लाख रूपए तक है।
6. एनएससी को 100 रूपए, 500 रूपए, 1000 रूपए , 5000 और 10000 में जारी किया जाता है।
7. सभी बैंक्स और NBFC से nsc को गिरवी रख कर लोन प्राप्त किया जा सकता है।
राष्ट्रीय बचत पत्र के लाभ
- सुरक्षित निवेश: राष्ट्रीय बचत पत्र एक सुरक्षित निवेश विकल्प है, क्योंकि इसका प्रबंधन सरकार द्वारा किया जाता है। यह निवेशकों के पैसे को लाभकारी तरीके से बढ़ाता है और उनके पैसे की सुरक्षा की गारंटी देता है।
- टैक्स छूट: राष्ट्रीय बचत पत्र का ब्याज वाणिज्यिक कर के तहत नहीं आता है, इसलिए यह निवेशकों को कर से छूट प्राप्त करने का भी अवसर प्रदान करता है।
- साक्षरता प्राप्ति: राष्ट्रीय बचत पत्र एक बचत योजना के साथ-साथ शिक्षित भी करता है। इसके उपयोगकर्ता अपने बच्चों की शिक्षा या अपने आगामी लक्ष्यों के लिए पैसे जमा कर सकते हैं।
राष्ट्रीय बचत पत्र के नियम
- निवेशक की आयु: कोई भी वयस्क व्यक्ति राष्ट्रीय बचत पत्र खरीद सकता है। मात्र मानसिक व्यक्ति किसी नाबालिग के नाम पर इसे नहीं खरीद सकता।
- निवेश की राशि: एनएससी में निवेश करने की न्यूनतम राशि 1000 रूपए है और अधिकतम की कोई सीमा नहीं है। इसे 1000 के बाद 100 के गुणांकों में कितना भी ले सकते हैं।
- अवधि: राष्ट्रीय बचत पत्र का मूल अवधि 5 साल होती है, जिसके बाद आप इसे जमा किए गए पूरे राशि के साथ वापस पा सकते हैं।
- कटानी: आप राष्ट्रीय बचत पत्र पोस्ट ऑफिस के माध्यम से खरीद सकते हैं और इसकी कटानी भी वहीं से की जाती है।
क्या नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट को मैच्योरिटी पीरियड से पहले बंद कर सकते है?
NSC की अवधि 5 साल की है और इससे पहले इसे बंद करने की ( भुनाने की ) अनुमति नहीं है।
प्रीमैच्योर खाता बंद करना केवल कुछ परिस्थिति में संभव है जैसे एकल खाता धारक की मौत होने/संयुक्त खाते के मामले में एकल या सभी खाताधारकों की मृत्यु पर पर ऐसा किया जा सकता है। इसके अलावा राजपत्रित अधिकारी द्वारा जब्ती, न्यायालय द्वारा आदेश देने पर भी एनएससी के प्रीमैच्योर इनकैशमेंट की अनुमति है।
राष्ट्रीय बचत पत्र निवेश की सावधानियां
- राष्ट्रीय बचत पत्र एक लंबी अवधि का निवेश होता है, इसलिए आपको इसे खरीदने से पहले अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए क्योंकि इसे अवधि पूरी होने के बाद ही निकाल सकते हैं।
- ब्याज दरें आपकी निवेश की मूल राशि पर प्रभाव डाल सकती हैं, इसलिए ब्याज दरों को ध्यान से देखना महत्वपूर्ण है।
- राष्ट्रीय बचत पत्र एक नियमित बचत योजना है, इसलिए आपको धन जमा करने की नियमितता से पालन करना होगा।
निष्कर्ष
इस लेख में हमने जाना कि कैसे हम एक अच्छा निवेश कर सकते हैं। राष्ट्रीय बचत पत्र एक बचत और निवेश का अच्छा उदाहरण है जो आपको सरकार द्वारा प्रबंधित बचत करने का अवसर प्रदान करता है। इसके साथ, यह निवेशकों को सुरक्षित और लाभकारी रूप से पैसे बचाने में मदद करता है। यह बैंक FD से ज्यादा ब्याज देता है।
आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय बचत पत्र एक महत्वपूर्ण और सुरक्षित उपाय हो सकता है, और आपकी आवश्यकताओं के हिसाब से इसे अपनी निवेश योजना में शामिल करने का विचार करने लायक है।
अगर आपको यह लेख पसंद आया है तो कृपया इसे दूसरों के साथ भी शेयर करें ।
1. एनएससी कितने साल की होती है? (National Savings Certificate की अवधि क्या है ?
National Savings Certificate (NSC) की अवधि 5 साल है।
2. क्या हम बैंक में एनएससी खाता खोल सकते हैं?
बैंक की ऑनलाइन सेवा (online facility) से आप राष्ट्रीय बचत पत्र का खाता खोल सकते है।
यह भी पढ़े: सोने की निवेश योजनाओं पर एक नजर | 5 Gold Investment Scheme in Hindi | सोने में निवेश करने के पांच तरीके
म्युचअल फंड क्या है?| Mutual Fund in Hindi
म्युचअल फंड के क्या फायदे हैं।Mutual Fund benefits in Hindi| म्युचअल फंड कितने प्रकार के होते हैं
मेटावर्स क्या है? | Metaverse kya hai?| Top 10 Metaverse Coins
भारत में शीर्ष पांच निवेश योजनाएँ | पांच सबसे अच्छी निवेश योजनाएं | Top 5 investment plan 2023
DISCLAIMER
इस लेख में हमने राष्ट्रीय बचत पत्र की जानकारी दी है और हम इसमें कही भी पाठको को निवेश करने के लिए प्रेरित नहीं कर रहे।निवेश करने से पहले योजना से जुड़े सभी दस्तावेज़, शर्ते व नियम ध्यान से पढ़े।